92 वर्ष की उम्र में एम्स में ली अंतिम सांस।,लंबे समय से चल रहे थे बीमार।
देश में आर्थिक सुधारों के लिए निर्णायक लड़ाई लड़ने वाले पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह जी का गुरुवार रात निधन हो गया। वह बयानवे साल के थे, वे अपने आर्थिक सुधारों के लिए प्रेरणा माने जाते थे।डॉक्टर मनमोहन सिंह जी 2004 से लेकर 2014 तक हमारे देश के प्रधानमंत्री बने रहें। इन दिनों उन्होंने हमारे देश में अनेक आर्थिक सुधार किए। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे । गुरुवार रात उनकी तबियत अचानक से खराब हो गई और वह घर पर अचेत हो गए। जिसके बाद उनको एम्स ले जाया गया जहाँ पर इलाज के दौरान गुरुवार रात 9:15 पर उनका देहांत हो गया।

एम्स की ओर से जारी बयान में बताया गया कि मनमोहन सिंह जी बीमारियों से परेशान थे। 26 दिसंबर 2024,गुरुवार शाम को वह अपने घर में अचेत हो गए, जिसके बाद उन्हें एम्स के आपातकालीन विभाग में भर्ती कराया गया। उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन बचाया नहीं जा सका। उसके बाद उनके पार्थिव शरीर को घर ले जाया गया। मनमोहन सिंह जी का जन्म 26 सितंबर 1932 को अविभाजित भारत में हुआ था। देश के विभाजन के बाद उनका परिवार भारत आ गया और यहीं पर उनकी प्रारंभिक शिक्षा हुई थी। इससे पहले उनकी दो बार बाईं पास सर्जरी भी हो चुकी थी। पहली बार बाईपास सर्जरी ब्रिटेन में हुई और दूसरी बार एम्स दिल्ली में हुई थी। मनमोहन सिंह को उनके आर्थिक उदारीकरण का श्रेय दिया जाता है। वह योजना आयोग के उपाध्यक्ष और रिज़र्व बैंक के गवर्नर भी रहे। आर्थिक नीति निर्माण में उनके योगदान के लिए उन्हें 1987 में पद्म विभूषण के द्वारा सम्मानित किया गया। वह 1991 से 1996 तक नरसिंहा राव की सरकार में वित्त मंत्री भी रहे। मनमोहन सिंह ने असीम बुद्धिमता और ईमानदारी के साथ भारत का नेतृत्व किया। उन्हें अर्थशास्त्र की गहरी समझ थी। जिससे हमारा राष्ट्र प्रेरित हुआ। मनमोहन सिंह को अत्यंत गर्व के साथ याद किया जाएगा।
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